Bumrah का झटका, Champions ट्रॉफी से बाहर: तो ये थी चोट!
जसप्रित बुमराह चोटिल हैं या उन्हें चोटिल किया गया है? पाकिस्तान में चैम्पियंस ट्रॉफी अगले महीने की ९ तारीख़ से शुरू हो रही है। टीम इंडिया टेस्ट मैचों में ज़रूर पिट रही है, पर वाइट बॉल क्रिकेट में, यानी T20 और ODI में उनकी साख बरकरार है। आख़िर T20 के तो वो विश्व चैंपियन हैं। और ODI के वर्ल्ड कप के फाइनल तक वो पहुँचे थे। अब जब चैम्पियंस ट्रॉफी सर पर है आपका सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी कौन है? कौन ऐसा खिलाड़ी है जिस के नाम से दुनिया थरथराती है? कौन है जो अकेला ही 10 के बराबर है? कौन है जिसके रहते टीम इंडिया जीत का आधा सफ़र तो मैच शुरू होने से ही पहले पूरा कर लेती है? जी हाँ वो जसप्रित बुमराह ही तो हैं। बुमराह ऑस्ट्रेलिया में आख़िरी टेस्ट मैच की दूसरी पारी में गेंदबाज़ी नहीं कर पाये थे। कहा ये जा रहा था कि उनकी बैक में स्पास्म यानी रह-रह के दर्द उठता है। पर अब खबर ये है कि उनकी पीठ सूजी हुई है। और ये भी खबर आयी है कि चैम्पियंस ट्रॉफी के इंडिया के ग्रुप मैचों में तो बुमराह उपलब्ध नहीं रहेंगे। उसके बाद अगर उनकी फिटनेस डॉक्टरों ने सही पायी, तो वो जहाज़ पकड़ के इंडियन टीम को जॉइन कर लेंगें। इंडिया के ग्रुप के मैचों में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मैच 20 फ़रवरी को है। पाकिस्तान से हम 23 फ़रवरी को भिड़ेंगे। और न्यू ज़ीलैंड से हमारा आख़िरी ग्रुप मैच 2 मार्च को है। यानी अगर बुमराह ग्रुप के मैचों के बाद जुड़ेंगे तो हो सकता है कि तब तक टीम इंडिया चैम्पियंस ट्रॉफी से बाहर हो चुकी हो। आख़िर आज जो टीम इंडिया की हालत है, वो न्यू ज़ीलैंड और पाकिस्तान दोनों से हार सकती है। इसलिए चयनकर्ता कोशिश कर रहे हैं, कि टीम का चयन जितनी देर तक टाल सकते हैं टाल दें। वैसे तो आज रविवार को ही टीम की घोषणा होनी है। पर इण्डियन बोर्ड एक प्रोविजनल टीम यानी लगभग-जैसी टीम ही आज घोषित करेगा। कोशिश करेगा कि २ फ़रवरी तक इंतज़ार करे, जब तक आप टीम में फेरबदल कर सकते हैं। अगर २ फ़रवरी तक चमत्कार हुआ और बुमराह फिट हुए तो बल्ले बल्ले। अब बुमराह की फिटनेस को लेकर टीम से दो ग़लतियाँ हुई है। एक तो उनसे ऑस्ट्रेलिया में बहुत ज़्यादा गेंदबाज़ी करवाई गई। पूरी श्रृंखला में बुमराह ने 151 ओवर फेंके यानी हर टेस्ट मैच में उन्होंने 30 ओवर औसतन गेंदबाज़ी की। बुमराह जैसे तेज गेंदबाज़ के लिए, जो एक तरह से तेज़ गेंदबाज़ों में एक अरबी घोड़े हैं, उनके लिए ये वर्कलोड काफ़ी ज़्यादा था। दूसरे, जब भी टीम इंडिया को विकेट नहीं मिलते थे, वो गेंद बुमराह की और उछाल देते थे। इतनी ज़्यादा गेंदबाज़ी किसी के लिए भी घातक साबित हो सकती है। अब दो उम्मीदों पर टीम इंडिया की चैम्पियंस ट्रॉफी की आशाएँ केंद्रित हैं। एक तो बुमराह फिट हों, और कम से कम नॉक आउट स्टेज पर तो टीम के लिए उपलब्ध हों। और अगर वो नहीं होते हैं तो कम से कम मोहम्मद शमी तो फिट रहें। शमी की वापसी इसी महीने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ होने वाली T20 श्रृंखला में होनी है। शमी एक लंबी चोट से उभर रहे हैं। इस चोट ने उन्हें पूरे 2024 के वर्ष में क्रिकेट से बाहर रखा। अब वो पूरे फिट माने जा रहे हैं। और जनवरी की श्रृंखला में टीम में हैं। लेकिन अगर शमी के साथ भी वही हुआ, अगर उन्हें रगड़ा गया, तो उनकी चोट एक बार फिर उभर सकती है। सच कहें तो टीम इंडिया की गेंदबाज़ी से आज ज़्यादा उम्मीदें नहीं की जा सकती है। बल्लेबाज़ी की वैसे ही कमर टूटी हुई है। ऐसे में चैम्पियंस ट्रॉफी में हमारा क्या हाल होगा, ये सोच के ही दिल बैठ जाता है।